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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Bhole o bhole aaya dar pe mere sir pe jara hath tu fira de,भोले ओ भोले,आया दर पे मेरे सिर पे,ज़रा हाथ तू फिर दे,shiv bhajan

भोले ओ भोले,
आया दर पे मेरे सिर पे,
ज़रा हाथ तू फिर दे,

भोले ओ भोले,
आया दर पे मेरे सिर पे,
ज़रा हाथ तू फिर दे,
मेरे भाग को जगा दे,

सारे जग का तू विधाता कहते है लोग सारे देवो में महा देवा।
सब वश में है तुम्हारे
तू तो बाबा अंतर यामी मेरी पीड़ा क्यों नहीं जानी। भेद है क्या बतला दे,
ज़रा हाथ तू फिर दे मेरे भाग को जगा दे,

तू करता तू धर्ता तू ही संगार करता,
सुनता हु मैं दर पे सबका ही काम बनता,
ओ कैलाशी ओ अविनाशी
मेरी अँखियाँ फिर क्यों प्यासी,
प्यास तू इनकी भुजा दे,
ज़रा हाथ तू फिर दे मेरे भाग को जगा दे,

श्रृष्टि के कण कण में बस तेरा ओमकारा।
सबको तू प्यार करता क्या मैं नहीं हु प्यारा,
हाथ जोड़ कर तुम मनाऊ,
कैसे भोले तुझको पाउ श्याम को ये बतला दे,.
ज़रा हाथ तू फिर दे मेरे भाग को जगा दे,

भोले ओ भोले,
आया दर पे मेरे सिर पे,
ज़रा हाथ तू फिर दे,
मेरे भाग को जगा दे,

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