भोलेनाथ की सवारी निकली शान से। और नंदी नाचे रे नाचे सीना तान के। साथ चले हैं सारे देवासुर सम्मान से। नाचे भूत पिशाच गण सारे अभिमान से।
ओम नमः शिवाय बोलो ओम नमः शिवाय। ओम नमः शिवाय बोलो ओम नमः शिवाय।
शंकर मेरा सबसे निराला, सुनता सभी कि वह भोला भाला। झूमे तो जैसे आए बहार। तांडव में करता मृत्यु की पुकार।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 सुनता भक्तों की वह हर एक पुकार है। मेरे भोले की लीला तो अपरंपार है।
ओम नमः शिवाय बोलो ओम नमः शिवाय। ओम नमः शिवाय बोलो ओम नमः शिवाय।
देवों का वह देव कहाये, इसकी लीला समझ ना आए। उसके दर्शन बड़े ही पावन, रूप लागे सुंदर चितवन। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 वह हरता भक्तों के दुख रहता सबके पास है। डरना ना प्यारे बाबा तो तेरे साथ है।
ओम नमः शिवाय बोलो ओम नमः शिवाय। ओम नमः शिवाय बोलो ओम नमः शिवाय।
काल ने ऐसा चक्र चलाया, आया रे आया समुंद्र मंथन आया। निकला जो अमृत तूने देवों में बांटा, हलाहल को तूने खुद गटकाया।🌺🌺🌺हो तेरे दम से ही तो सारा संसार है। उन केलाश पति को मेरा नमस्कार है।
ओम नमः शिवाय बोलो ओम नमः शिवाय। ओम नमः शिवाय बोलो ओम नमः शिवाय।
भोलेनाथ की सवारी निकली शान से। और नंदी नाचे रे नाचे सीना तान के। साथ चले हैं सारे देवासुर सम्मान से। नाचे भूत पिशाच गण सारे अभिमान से।