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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Kanha pichkari mat maar chunar rang birangi hoy,कान्हा पिचकारी मत मार, चूनर रंग-बिरंगी होय,krishna bhajan

कान्हा पिचकारी मत मार, चूनर रंग-बिरंगी होय,

कान्हा पिचकारी मत मार, चूनर रंग-बिरंगी होय,



चूनर नई हमारी प्यारे
हे मनमोहन बंसी वारे
इतनी सुन ले नन्द-दुलारे
पूछेगी वह सास हमारी, कहाँ से लाई भिजोय कान्हा पिचकारी,मत मार, चूनर रंग-बिरंगी होय,



सबको ढंग भयो मतवारो।दुखदाई है फागुन वारो।
कुलवंसिन को औगुन गारो
राह मेरी न रोक कान्हा मैं समझाऊँ तोय,कान्हा पिचकारी,मत मार, चूनर रंग-बिरंगी होय,



तान दई रंग की पिचकारी
हँस-हँस के रसिया बनवारी
भीज गईं सबरी ब्रजनारी।राधा ने हरि का पीताम्बर खींचा मद में खोय। कान्हा पिचकारी,मत मार, चूनर रंग-बिरंगी होय,

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