तर्ज, सुन बरसाने वाली गुलाम तेरो बनवारी
सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना। सुन लेना श्याम सुन लेना।सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना।
मन बगिया का तू है माली, रहे ना सुनी कोई डाली। मिले फूल की छांव,अरज मेरी सुन लेना।
सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना।सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना।
मन मंदिर में करो बसेरा, निभ जाए रिश्ता तेरा मेरा। तूं नाविक में नाव,अरज मेरी सुन लेना।
सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना।सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना।
देख रहे सब तेरे कानी। हम याचक और तू है दानी।तेरा ऊंचा ठाव,अरज मेरी सुन लेना।
सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना।सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना।
नंदू ध्यावे भजन सुनावे। सखियां तुमको रोज सजावे। मचे धूम हर गांव,अरज मेरी सुन लेना।
सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना।सुन लेना घनश्याम अरज मेरी सुन लेना।