जब तक सांस चले ये तब तक साथ निभाना ,
हार के आया हूँ दर ना कोई कोई बहाना ,
तू जो रूठा तो मैं जाऊँगा कहाँ ,
बिन तेरे सवेरे हम हुए बावरे,
कर दया की मेहर मेरे श्याम ,
तू जो रूठा तो……………,
तू जो ठुकराएगा कौन अपनाएगा ,
दास तेरा बाबा फिर कहांजाएगा ,
तेरे बिन सांवरे अब नोइ कोई राह खरे,
क्या सही क्या गलत कौन बतलायेगा ,
तू जो रूठा तो……………,
जिसको अपना समझा उसने दिल तोडा है ,
दिखा कर मंज़िल को राह में छोड़ा है ,
झूठे सब रिश्ते हैं झूठे सब नाते हैं ,
सुख के सब साथी हैं दुःख में ना आते हैं काम ना आते हैं ,
तू जो रूठा तो……………,
मन में विश्वास भरा तू मेरे साथ खड़ा,
इस भरी दुनिया में एक बस तू है मेरा,
भक्त कहते तेरा ना कोई सानी है ,
खाटू का राजा है कलयुग अवतारी है ,
तू जो रूठा तो……………,
मैं अगर हारा तो तेरी बदनामी है ,
हारे का साथी तू शीश का दानी है ,
अब माधव अर्णव की नैया तेरे हाथ है ,
तू ही अब तारेगा तुझपे विश्वास है पूरा विश्वास है ,
तू जो रूठा तो……………,
Categories
Jabtak saas chale tab tak saath nibhana,जब तक सांस चले ये तब तक साथ निभाना,shyam bhajan
जब तक सांस चले ये तब तक साथ निभाना ,