दातार हो तो,दया तुम दिखा दो,
गुजारु ये जीवन कैसे,
इतना सीखा दो,दातार हो तो,
दया तुम दिखा दो,
बाँध सबर का,टूट ना जाए,
जिंदगी ये मेरी मुझसे,रूठ ना जाए,
साथ ये अपना,छूट ना जाए,
सहनें मैं पाऊँ,ऐसी सजा दो,
गुजारूँ ये जीवन कैसे, इतना सीखा दो,
दातार हों तो, दया तुम दिखा दो,
दातार हो तो,दया तुम दिखा दो,
गुजारु ये जीवन कैसे,
इतना सीखा दो,दातार हो तो,
दया तुम दिखा दो,
चौखट पे तेरी बाबा, पटक सर रहा हूँ,
साँसे तो लेता हूँ, मगर मर रहा हूँ,
बस इतनी तुमसे, अरज कर रहा हूँ,
चरणों में अपने, मुझको जगह दो,
गुजारु ये जीवन कैसे, इतना सीखा दो,
दातार हों तो, दया तुम दिखा दो,
दातार हो तो,दया तुम दिखा दो,
गुजारु ये जीवन कैसे,
इतना सीखा दो,दातार हो तो,
दया तुम दिखा दो,
दिल की ये बातें,तुम्ही से कहेंगे,
दुःख और कितने बाबा,
प्रभु हम सहेंगे,‘माधव’ की बगिया,
माधव खिला दो,गुजारु ये जीवन कैसे,
इतना सीखा दो,दातार हों तो,
दया तुम दिखा दो,
दातार हो तो,दया तुम दिखा दो,
गुजारु ये जीवन कैसे,
इतना सीखा दो,दातार हो तो,
दया तुम दिखा दो,
दातार हो तो,दया तुम दिखा दो,
गुजारु ये जीवन कैसे,इतना सीखा दो,
दातार हो तो,दया तुम दिखा दो,