संकट काटो मेरे बालाजी
तेरी सावा मनी दूंगी
तेरी सावा मनी दूंगी
मैं तेरी जय जय बोलूंगी
संकट काटो मेरे बालाजी
तेरी सावा मनी दूंगी
संकट तंग करे मोहे घर में
कोई न ऐसा मेरी नज़र में
तब मेन आयी बाबा मेहंदीपुर में
भूत भूतानि मोहे नचावे
कब तक नाचुंगी
संकट काटो मेरे बालाजी
तेरी सावा मनी दूंगी
जाने होके मूर चोर बाता दे
वैद्य हकीम कामजोर बटावे
संकट चीखे शोर मचावे
तन की हानी धन की हानी
कब तक झेलुंगी
संकट काटो मेरे बालाजी
तेरी सावा मनी दूंगी
जब संकट न मोहे सताया
बाबा तेरा नाम ध्यान
भूत प्रेत संकटा घबराया
कष्ट मिटा दो दो जी
रामायण पाठ करौंगी
संकट काटो मेरे बालाजी
तेरी सावा मनी दूंगी
बाला भजन लखे वैरागी
जगमग ज्योत भवन पार जागी
मोहे आस दरश की लागी
दूखदे मितौजी मुख्य सरे वचन निभूंगी
संकट काटो मेरे बालाजी
तेरी सावा मनी दूंगी