तर्ज,धमाल
चालो खाटू म मिलेगो बाबो श्याम धणी…
चालो खाटू म मिलेगो बाबो श्याम धणी…
ओ हो चालो खाटू म…
सुन्दर बागों सज्यो श्याम क, स्वर्ण मुकुट सिरधारी जी…
सुन्दर बागों सज्यो श्याम क, स्वर्ण मुकुट सिरधारी जी…
भगतां रा हिवड़े मांहि बासगी, हीरे री कणी…
ओ हो चालो खाटू म…
बैठ सिंहासन न्याय चुकावे, कलयुग को अवतारी जी…
बैठ सिंहासन न्याय चुकावे, कलयुग को अवतारी जी…
दीन दुखी की भीड़ जुड़े, नित द्वारे पर घणी…
ओ हो चालो खाटू म…
देर करे नहीं श्याम हमारो, तुरंत भगत की पीड़ हरे…
देर करे नहीं श्याम हमारो, तुरंत भगत की पीड़ हरे…
श्याम की सेवा म कर अर्पण, जिंदगानी अपणी…
ओ हो चालो खाटू म…
एक-एक तेरे घट की जाणे, तीन बाण को धारी जी…
एक-एक तेरे घट की जाणे, तीन बाण को धारी जी…
अपणे भगत की लाज श्याम ने, आवे रखणी…
ओ हो चालो खाटू म…
दर्शन करले झोली भरले, जो चाहे सो पा ले रे…
दर्शन करले झोली भरले, जो चाहे सो पा ले रे…
“श्यामसुन्दर” यो दानवीर, महाभारत को रणी…
ओ हो चलो खाटू म…
चालो खाटू म मिलेगो बाबो श्याम धणी…
चालो खाटू म मिलेगो बाबो श्याम धणी…
ओ हो चालो खाटू म…