मैं तेरा लाडला तू मेरा सांवरा, दूसरा अब कोई और भाता नहीं। प्यासे नैनो में है बस छबि श्याम की, इनमें दूजा कोई भी समाता नहीं।
अपने चरणों में मुझको बुला लो जरा, अब तो सेवा में अपनी लगा लो जरा। प्रेम तुमने सभी से निभाया सदा, श्याम हमसे तुम्हारा क्या नाता नहीं।
मैं तेरा लाडला तू मेरा सांवरा, दूसरा अब कोई और भाता नहीं। प्यासे नैनो में है बस छबि श्याम की, इनमें दूजा कोई भी समाता नहीं।
जब मुसीबत पड़ी सामने पाया है, एक आवाज में लीले चढ़ आया है। दुनिया बेगानी है, मुझसे अंजानी है। कोई दूसरा गले अब लगाता नही।
मैं तेरा लाडला तू मेरा सांवरा, दूसरा अब कोई और भाता नहीं। प्यासे नैनो में है बस छबि श्याम की, इनमें दूजा कोई भी समाता नहीं।
जीतने वाले के यहां साथी सभी, कोई हारे को मोहन जीताता नही। हारे का सहारा लिखा दरबार में, ऐसा कोई दरबार ना देखा संसार में।
मैं तेरा लाडला तू मेरा सांवरा, दूसरा अब कोई और भाता नहीं। प्यासे नैनो में है बस छबि श्याम की, इनमें दूजा कोई भी समाता नहीं।