तर्ज,धमाल
कांटाबाजी के नरेश तेरी शान निराली है, कांटा बाजी के। जो आया चौखट पर उसकी बात ना टाली है,कांटा बाजी के।
शीश का दानी बांट रहा है खुशियां सब संसार को। लौटाया किसी को भी ना दर से खाली हो,कांटा बाजी के।
कांटाबाजी के नरेश तेरी शान निराली है, कांटा बाजी के। जो आया चौखट पर उसकी बात ना टाली है,कांटा बाजी के।
जो देखे एक बार नजर से बस देखता रह जाए। घूंघर वाले केश छबि बड़ी मतवाली है, कांटा बाजी के।
कांटाबाजी के नरेश तेरी शान निराली है, कांटा बाजी के। जो आया चौखट पर उसकी बात ना टाली है,कांटा बाजी के।
लीले का असबार सलोना तीन बाण का धारी है। खाटू से चलकर आया यहां जगह बना ली है, कांटा बाजी के।
कांटाबाजी के नरेश तेरी शान निराली है, कांटा बाजी के। जो आया चौखट पर उसकी बात ना टाली है,कांटा बाजी के।
वैसे तो जर्रे जर्रे में बस्ता श्याम हमारा है। हमसे फूलों को महकाए बनकर माली है, कांटा बाजी के।
कांटाबाजी के नरेश तेरी शान निराली है, कांटा बाजी के। जो आया चौखट पर उसकी बात ना टाली है,कांटा बाजी के।