Categories
krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Me kaise Holi khelungi ya sawariya ke sang,मैं कैसे होली खेलूंगी,या सांवरिया के संग,krishna bhajan

मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग,

मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग,
रंग मैं कैसे होली खेलूँगी,
या सांवरिया के संग,
मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग।

कोरे कोरे कलश मंगाए,
केसर घोरो रंग,
लाला, केसर घोरो रंग,
भर पिचकारी मेरे सन्मुख मारी,
चोली हे गई तंग,
रंग मैं कैसे होली खेलूँगी,
या सांवरिया के संग,
मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग।

साड़ी सरस सभी मेरो भिजो,
भीज गयो सब अंग,
लाला, भीज गयो सब अंग,
या बजमारो को कहाँ भिगोऊँ,
कारी कमर अंग
रंग मैं कैसे होली खेलूँगी,
या सांवरिया के संग,
मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग।

तबला बाजे सारंगी बाजे,
और बाजे मृदंग,
और बाजै मृदंग,
और श्याम सुंदर की बंशी बाजै,
राधा जू के संग,
रंग मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग,
मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग।

घर घर से बृज बनिता आई,
लिए किशोरी संग,
लाला लिए किशोरी संग,
चन्द्रसखी हँसयो उठ बोली,
लगा श्याम के अंग,
रंग मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग,
मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग।

मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग,
रंग मैं कैसे होली खेलूँगी,
या सांवरिया के संग,
मैं कैसे होली खेलूंगी,
या सांवरिया के संग।

Leave a comment