खाटू नगरी में निराला थारा ठाठ, सेठों का सेठ श्याम धनी। श्याम धनी रे म्हारा श्याम धनी, ओ म्हारा सांवरा धणी।
जो कोई प्रेमी आवे थारो मन सु, बोले जय जयकारो। बणगयो हारां को सहारों, यो बाबो श्याम हमारो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 सारा देवता में ना कोई ऐसो ठाट,सेठों का सेठ श्याम धनी।
खाटू नगरी में निराला थारा ठाठ, सेठों का सेठ श्याम धनी। श्याम धनी रे म्हारा श्याम धनी, ओ म्हारा सांवरा धणी।
दर पे आवे नर और नारी, कर दे मेहर श्याम अवतारी।जो भी जोत जलावे थारी, वांकी सुखी होवे संसारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺वांका गजब बनादे ठाठ बाट,सेठों का सेठ श्याम धनी।
खाटू नगरी में निराला थारा ठाठ, सेठों का सेठ श्याम धनी। श्याम धनी रे म्हारा श्याम धनी, ओ म्हारा सांवरा धणी।
लखदातार का नाम अनेक, हे नर श्याम बोल के देख। बदले तकदीरा की रेख,नर तूं श्याम ने भज के देख। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺थारी संवर जावेली सब आश,सेठों का सेठ श्याम धनी।
खाटू नगरी में निराला थारा ठाठ, सेठों का सेठ श्याम धनी। श्याम धनी रे म्हारा श्याम धनी, ओ म्हारा सांवरा धणी।