तर्ज, करती हूं तुम्हारा व्रत मैं
कर जोड़ के द्वार खड़ा हूं उपकार करो ना। बजरंगबली विनती मेरी स्वीकार करो ना, स्वीकार करो ना।
प्रभु राम के प्यारे अंजनी के दुलारे।प्रभु राम के प्यारे अंजनी के दुलारे।
प्रभु कौन सा काम है ऐसा जो तुम कर नहीं सकते। है कौन सा ऐसा संकट जो तुम हर नहीं सकते। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺संकट ने घेरा मुझको उद्धार करो ना।बजरंगबली विनती मेरी स्वीकार करो ना, स्वीकार करो ना।
कर जोड़ के द्वार खड़ा हूं उपकार करो ना। बजरंगबली विनती मेरी स्वीकार करो ना, स्वीकार करो ना।
तुम दीन हीन के साथी दुखियों के सहारे हो। डूबी हुई कश्तीओ के तुम ही तो किनारे हो। मझधार में मेरी नैया ईसे पार करो ना।बजरंगबली विनती मेरी स्वीकार करो ना, स्वीकार करो ना।
कर जोड़ के द्वार खड़ा हूं उपकार करो ना। बजरंगबली विनती मेरी स्वीकार करो ना, स्वीकार करो ना।
जो शरण तुम्हारी आया उसकी पीड़ा हरते हो। तुम अपने भक्तों का सदा कल्याण करते हो। प्रभु मेरी भी अर्जी पर तुम विचार करो ना। बजरंगबली विनती मेरी स्वीकार करो ना, स्वीकार करो ना।
कर जोड़ के द्वार खड़ा हूं उपकार करो ना। बजरंगबली विनती मेरी स्वीकार करो ना, स्वीकार करो ना।
अपनी कृपा का रस प्रभु, मुझ पर बरसायिए। जैसे भी हो मुझको अपने चरणों से लगाइए। मैं कब से तुम्हें बुलाऊं पुकार सुनो ना।🌺🌺🌺 बजरंगबली विनती मेरी स्वीकार करो ना, स्वीकार करो ना।
कर जोड़ के द्वार खड़ा हूं उपकार करो ना। बजरंगबली विनती मेरी स्वीकार करो ना, स्वीकार करो ना।