छोड़ दो सब की आश जगत मे, थोड़ा वक्त निकालो। मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।
जीवन डोरी सौंप के शिव के, चरणों में ध्यान लगा लो।मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।
दसों दिशाओं में शिव का नाम है, हर एक कण में शिव का धाम है। तीनो लोक में अलख है गूंजे, शिव शंकर का आठों याम है।🌺🌺🌺🌺🌺 सच्चे मन से शिव चरणों में अपनी प्रीत जगा लो। मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।
छोड़ दो सब की आश जगत मे, थोड़ा वक्त निकालो। मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।
शिव से चले संसारे यह सारा, जीवन नैया का शिव है सहारा। शिव ही है मझदार भंवर और, शिव ही है जीवन का किनारा। 🌺🌺🌺🌺🌺 शिव की साधना से अपने मन के कष्ट मिटा लो।मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।
छोड़ दो सब की आश जगत मे, थोड़ा वक्त निकालो। मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।
सबका वंदन शिव को प्यारा, पावनता कि शिव है धारा। दूर करें मन के अंधियारे, दिव्य ज्योति का शिव उजियारा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 शिव से जोड़कर नाता मुक्ति की, युक्ति को तुम पालो।मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।
छोड़ दो सब की आश जगत मे, थोड़ा वक्त निकालो। मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।
शिव रूपी है अमृत न्यारा,दूर करे विष पल में ये सारा। पतितों को पावन ये करता, भवसागर का शिव है किनारा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 तर जाओगे भवसागर से, शिव का ध्यान लगा लो। मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।
छोड़ दो सब की आश जगत मे, थोड़ा वक्त निकालो। मन से उपजे श्रद्धा भाव को, शिव भक्ति में ढालो।