तर्ज,कब आओगे मेरे बंजारे
तेरी प्रेम पुजारन रस्ता देखे
कब आओगे मुरलिया वाले
एक तेरी जोगन राह निहारे
कब आओगे मुरलिया वाले
आती जाती सांस ये मेरी,
निशदिन फेरे माला तेरी
कहाँ लगाईं तूने देरी,
ओ मेरे नटवर प्यारे
कृष्णा …….,
कब आओगे मुरलिया वाले।
कब आओगे मुरलिया वाले।
कोई कहे मुझको दीवानी,
कोई कहे मुझको मस्तानी
मैंने तो अपनी ज़िंदगानी,
कर दी नाम तुम्हारे,
कृष्णा …………
कब आओगे मुरलिया वाले।
कब आओगे मुरलिया वाले।
माना मैं हूँ एक गवारन,
आन गांव की एक बंजारन,
जैसी भी हूँ मेरे मोहन,
मुझको तू अपना ले,
कृष्णा …………
कब आओगे मुरलिया वाले।
कब आओगे मुरलिया वाले।
लगी मेरी अब तुझपे बाज़ी,
जिसमे तू राज़ी मैं राज़ी,
लगी मेरी अब तुझपे बाज़ी,
तेरी राजा में मैं हूँ राज़ी,
जीवन नैया ओ मेरे मांझी,
कर दी तेरे हवाले
कृष्णा …………
कब आओगे मुरलिया वाले।
कब आओगे मुरलिया वाले।