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श्याम भजन लिरिक्स

Yah Kai lakhan sikhyo re kanuda makhan chor khaba ka,यह काई लखन सीख्यो रे कानुडा माखन चोर खाबा का,shyam bhajan

यह काई लखन सीख्यो रे कानुडा माखन चोर खाबा का।

यह काई लखन सीख्यो रे कानुडा माखन चोर खाबा का
चोर खाबा का रे म्हारा काना चोर खाबा का
यह काई लखन सीख्यो रे कानुडा माखन चोर खाबा का।



गाया गाया लेर काकड़ में चलगो रे बदमाश कानूडो,
बदमाश कानुडो रे म्हारो बदमाश कानूडो
गाया लेर काकड़ में चलगो रे बदमाश कानूडो,



काना थारी याद सतावे दिल रोवे मिलबा एक घड़ी आजा,
एक घड़ी आजा रे म्हारा काना एक घड़ी आज।
काना थारी याद सतावे दिल रोवे मिलबा एक घड़ी आजा।



काना थार दो मम्मी दो बाबा जन्मयो जेल क माय।
जेल के माय रे म्हारा काना जेल के माय
काना थार दो मम्मी दो बाबा जन्मयो जेल क माय।



काना थारा भजन बनावे बनवासी सिर पर राखज्यो कृपा,
राखज्यो कृपा रे म्हारा कान्हा राखज्यो कृपा,
काना थारा भजन बनावे बनवासी सिर पर राखज्यो कृपा।

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