थोडो सो डलवाले राधे रंग मेरी पिचकारी को। निखर रंग जावे गो दुगुनो तेरी चुनरी लहंगा साड़ी को।
सत्यानाश करें मत कान्हा चुनरी लहंगा साड़ी को। रंग मेरे ऊपर मत डारे तू अपनी पिचकारी को।
थोडो सो डलवाले राधे रंग मेरी पिचकारी को। निखर रंग जावे गो दुगुनो तेरी चुनरी लहंगा साड़ी को।
रंगों का मुझ पर खुमार। अब होता नहीं है होता नहीं इंतजार। रंग मेरो पक्को चमकदार डलवाले राधा एक बार।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 मिले हुए हैं मेरे रंग में, रंग सब नई फुलवारी को।
थोडो सो डलवाले राधे रंग मेरी पिचकारी को। निखर रंग जावे गो दुगुनो तेरी चुनरी लहंगा साड़ी को।
है गोरो गोरों गाल मेरो, रंग कालो पीलो हरो लाल। मत डारे मोपे नंदलाल। हो जावे गो रंग बदरंग गोटा किनारी को।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺रंग मेरे ऊपर मत डारे तू अपनी पिचकारी को।
थोडो सो डलवाले राधे रंग मेरी पिचकारी को। निखर रंग जावे गो दुगुनो तेरी चुनरी लहंगा साड़ी को।
होली आए एक साल मे, लेकर रंग निराले। जाने ना कोई थोड़ा सा रंग मुखड़े में मलवाले। जा रे तेरे संग में खेलु ना होरी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 मेल मिलेना तेरो मेरो तू काला मैं गोरी।अरे राधे तूं मान ले कहना,देखत राज अनाड़ी को।रंग मेरे ऊपर मत डारे तू अपनी पिचकारी को।
थोडो सो डलवाले राधे रंग मेरी पिचकारी को। निखर रंग जावे गो दुगुनो तेरी चुनरी लहंगा साड़ी को।