मांड्यो श्याम को रंगीलो फागण, सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
आयो फागणियों थे श्याम धणी के सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
खाटू श्याम के रंग लगाइज्यों, खाटू श्याम के रंग लगाइज्यों, होळी खेला रे,आयो फागणियों,
आयो फागणियों थे श्याम धणी के सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
एक तो संदेशो जाइके गणपत जी ने दीज्यो रे,
एक तो संदेशो जाइके, गजानंद जी ने दीज्यो रे,
उत्सव माहीं रिद्धि सागे,फागण माहीं रिद्धि सिद्धि सागे, आता रहीज्यो रे, आयो फागणियों,
आयो फागणियों थे श्याम धणी के सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
दुसरो संदेशो जाके भोळा जी ने दीज्यो रे,
दुसरो संदेशो जाके, शिव शंकर ने दीज्यो रे,
गौरा गण और नंदी सागे, पारवता गण नंदी सागे, आता रहीज्यो रे,आयो फागणियों,
आयो फागणियों थे श्याम धणी के सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
तीसरों संदेशो जाके रघुनन्दन ने दीज्यो रे,
तीसरों संदेशो जाके राम चंद्र जी ने दीज्यो रे,
लक्ष्मण सीता हनुमंत सागे, लक्ष्मण सीता हनुमंत सागे, आता रहीज्यो रे,आयो फागणियों,
आयो फागणियों थे श्याम धणी के सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
चोथोड़ो संदेशो जाके, अटल छत्र पे दीज्यो रे,
चोथोड़ो संदेशो जाके, अटल छत्र पे दीज्यो रे,
दुर्गा काली, उमा शारदा, दुर्गा काली, उमा शारदा,आता रहीज्यो रे,आयो फागणियों,
आयो फागणियों थे श्याम धणी के सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
आखरी संदेशों जाके सब देवा ने दीज्यो रे,
आखरी संदेशों जाके सब देवा ने दीज्यो रे,
“हर्ष” श्याम के उत्सव माहीं, “हर्ष” श्याम के फागण माहीं,आता रहीज्यो रे,आयो फागणियों,
आयो फागणियों थे श्याम धणी के सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
मांड्यो श्याम को रंगीलो फागण, सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
आयो फागणियों थे श्याम धणी के सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
खाटू श्याम के रंग लगाइज्यों, खाटू श्याम के रंग लगाइज्यों, होळी खेला रे,आयो फागणियों,