तर्ज,जब लगाए तू लिपिस्टिक
बजे श्याम कि जब बांसुरिया,सुध खो देय ग्वाल गुजरिया।राधा बावरिया नाचे री।🌺🌺🌺🌺के संग संग झूमे गोकुल नगरिया,राधा बावरिया नाचे री।के संग संग झूमे गोकुल नगरिया, श्याम की मुरलिया बाजे री।
चले पवन पुरवइया गाये कोयलिया मतवाली। वृंदावन की कुंज गलीयन में, झूमे डाली डाली। खुशियों की छाई बदरिया, मस्ती की उठी लहरिया,राधा बावरिया नाचे री।🌺🌺🌺🌺के संग संग झूमे गोकुल नगरिया, श्याम की मुरलिया बाजे री।
बजे श्याम कि जब बांसुरिया,सुध खो देय ग्वाल गुजरिया।राधा बावरिया नाचे री।
सात सुरों की सरगम गूंजे, गूंजे मस्त तराने। राधा और कृष्ण की लीला कोई कोई ही जाने। सखी ऐसी निहारे नजरिया, तुम्हें चाहे देखूं सारी उमरिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺राधा बावरिया नाचे री।के संग संग झूमे गोकुल नगरिया, श्याम की मुरलिया बाजे री।
बजे श्याम कि जब बांसुरिया,सुध खो देय ग्वाल गुजरिया।राधा बावरिया नाचे री।
कदम की छैया कृष्ण कन्हैया मुरली मधुर बजाये। धुन मुरली के ऐसी प्यारी दुख संताप मिटाएं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 रसभरी प्रेम की गगरिया छलकाए श्याम सांवरिया।राधा बावरिया नाचे री।के संग संग झूमे गोकुल नगरिया, श्याम की मुरलिया बाजे री।
बजे श्याम कि जब बांसुरिया,सुध खो देय ग्वाल गुजरिया।राधा बावरिया नाचे री।