बाहर तो निकल तुम सांवरिया,हम होली खेलने आए है।
बाहर तो निकल तुम सांवरिया, हम रंग लगाने आए हैं।
होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,
रंग घोले हैं तैयार है हम,तुमको ना हरगिज छोड़ेंगे। गुब्बारे रंग भरे कान्हा, हम तेरे ऊपर छोड़ेंगे।भर भर के पिचकारी, हम तुमको नहलाने आए हैं।
बाहर तो निकल तुम सांवरिया,हम होली खेलने आए है।
होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,
डर लगता है अगर रंगों से आ फूलों से ही खेलेंगे। सीने से लिपट कर तुझको, आ तुझको बाहों में ले लेंगे। तेरे संग में बस फागन का त्योहार मनाने आए हैं।
बाहर तो निकल तुम सांवरिया,हम होली खेलने आए है।
होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,
है रंग प्यार का ऐसा यह जो छूटेगा ना छुड़ाए से। दिल तक रंग डालेंगे तेरा, मिट पाएगा ना मिटाये से।प्रेमी को अपनी शरण ले लो,बस यही मनाने आए है।
बाहर तो निकल तुम सांवरिया,हम होली खेलने आए है।
होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,होली आई,