चलो विनायक हम, विरद घर चले ।
सुन्दर-सुन्दर सगुन दिलावा ओ राज ।।
एक बिरद विनायक हमारा देव बिनायक
छोटी सी पिण्डी कामणं घाला ओ राज।
चलो विनायक हम, कुम्हार के घर चले
सुन्दर-सुन्दर बरतन, मुलावां ओ राज ।
एक बिरद विनायक हमारा देव बिनायक छोटी सी पिण्डी कामणं घाला ओ राज।
चलो विनायक हम, सोनी के घर चले
सुन्दर-सुन्दर गहना, घडावां ओ राज ।
एक बिरद विनायक हमारा देव बिनायक छोटी सी पिण्डी कामणं घाला ओ राज।
चलो विनायक हम, बजाजी के घर चले
सुन्दर-सुन्दर चून्दडी, मुलावा ओ राज ।
एक बिरद विनायक हमारा देव बिनायक छोटी सी पिण्डी कामणं घाला ओ राज।
चलो विनायक हम समधी घर चाला,
छोटी सी बन्नी परनावा ओ राज
एक बिरद विनायक हमारा देव बिनायक छोटी सी पिण्डी कामणं घाला ओ राज।