कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।अकेला तू ही भतेरा है, अकेला तू ही भतेरा है।कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।
नरसि ने जब टेर लगाई, भाती बन गए कृष्ण कन्हाई। रे कान्हा सोने की करी बरसात,अकेला तू ही भतेरा है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।
कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।अकेला तू ही भतेरा है, अकेला तू ही भतेरा है।कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।
मीरा हो गई तेरी दीवानी। थोड़ा राज पाट राजधानी। पति बनकर निभा दिया साथ,अकेला तू ही भतेरा है।कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।
कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।अकेला तू ही भतेरा है, अकेला तू ही भतेरा है।कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।
कुब्जा के तुम बने सहाई, कैसी सच्ची प्रीत निभाई।ये कान्हा शोरन कर दिया गात,अकेला तू ही भतेरा है।कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।
कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।अकेला तू ही भतेरा है, अकेला तू ही भतेरा है।कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।
डगमग डोले रही मेरी नैया, बन जाओ श्याम तुम मेरे खेवईया। मेरी पतवार है तेरे हाथ, अकेला तू ही भतेरा है।कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।
कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।अकेला तू ही भतेरा है, अकेला तू ही भतेरा है।कान्हा ले ले मेरी हिमात अकेला तू ही भतेरा है।