तर्ज, तारों का चमकता चेहरा हो
एक बात मुझे यह कहनी है, मैंने बाबा से कह दी है। एक कीर्तन मेरे घर पर हो, मेरी बाबा से अर्जी है।
जिस दिन कीर्तन होगा श्याम, हर गली से भगत आएंगे। हर गली महकेगी फूलों से, इस घर को खाटू बनाएंगे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 फूलों की वर्षा कर देंगे और इत्र खूब महकाएंगे।एक बात मुझे यह कहनी है, मैंने बाबा से कह दी है।
एक बात मुझे यह कहनी है, मैंने बाबा से कह दी है। एक कीर्तन मेरे घर पर हो, मेरी बाबा से अर्जी है।
जिस दिन कीर्तन होगा श्याम, सिंगार तेरा करवाएंगे। बड़े भाव से तुझको रिझायेंगे। और तेरी आरती गाएंगे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 तुम माल खजाना भर देना और झोली हम फेलाएंगे।एक बात मुझे यह कहनी है, मैंने बाबा से कह दी है।
एक बात मुझे यह कहनी है, मैंने बाबा से कह दी है। एक कीर्तन मेरे घर पर हो, मेरी बाबा से अर्जी है।
मेरे श्याम जरा इनको देखो, तेरे प्रेमी अर्जी लगाते हैं। हर घर में एक दिन कीर्तन हो, यह अर्जी रोज लगाते हैं।एक बात मुझे यह कहनी है, मैंने बाबा से कह दी है।
एक बात मुझे यह कहनी है, मैंने बाबा से कह दी है। एक कीर्तन मेरे घर पर हो, मेरी बाबा से अर्जी है।