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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Bahar khade bholenath Mane satsang me Jana hai,बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है, shiv bhajan

बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

सास मेरी जावे ननंद मेरी जावे। मैं भी हो गई साथ,मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

सास लाई ढोलक ननद लाई चिमटा। मैं लाइ खड़ताल,मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

फूट गया ढोलक टूट गया चिमटा। जोर बजाई खड़ताल, मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

जेठ मेरा जावे जिठानी मेरी जावे।मैं भी हो गई साथ,मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

जेठ लाया लड्डू जेठानी लाइ पेड़ा। मैं लाई प्रसाद, मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

फूट गया लड्डू बिखर गया पेड़ा। खूब बटा प्रसाद,मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

देवर मेरा जावे देवरानी मेरी जावे। मैं भी हो गई साथ,मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

देवर लाया मटका देवरानी लाई थाली। मैं लाई गंगाजल का लोटा,मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

फूट गया मटका खाली हो गई थाली। खूब बरसा गंगाजल, मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

पति जावे सत्संग मैं भी जाऊं सत्संग। हो गए भव से पार,मने सत्संग में जाना है।बाहर खड़े भोलेनाथ मने सत्संग में जाना है।

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