Categories
krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Tare gin gin ke udho rat Kate hai meri,तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी,krishna bhajan

तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी

तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी। अरे रात कटे है मेरी, अरे रात कटे है मेरीतारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी

अरे पल पल याद श्याम की आती। कर कर याद फटी जाए छाती। चीठीयां पढ़ पढ़ के, उधो रात कटे है मेरी।

तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी। अरे रात कटे है मेरी, अरे रात कटे है मेरी।तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी।

अरे कुब्जा बैरण हुई हमारी, मोह लिए मेरे बनवारी पीछे पड़ पड़ के, उधो रात कटे है मेरी।

तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी। अरे रात कटे है मेरी, अरे रात कटे है मेरी।तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी।

कब आओगे मेरे बिहारी, मैंने ले लेही शरण तुम्हारी। राह तेरी तक तक के उधो रात कटे है मेरी।

तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी। अरे रात कटे है मेरी, अरे रात कटे है मेरी।तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी।

एक एक मन में ऐसी ऐसी आवे, श्याम बिना मोहे चैन ना आवे। माला जप जप के, उधो रात कटे है मेरी।

तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी। अरे रात कटे है मेरी, अरे रात कटे है मेरी।तारे गिन गिन के है उधो रात कटे है मेरी।

Leave a comment