महाराज गजानद आवो जी ,
मारी सभा में रंग बरसावो जी।
पार्वती के पुत्र कहिजो ,
शिवजी के मन भावो जी।
रणत भवन सु आप पधारो ,
संग में रिध्धि सिद्धि लावो जी।
महाराज गजानद आवो जी ,
मारी सभा में रंग बरसावो जी।
चन्दन चौकी आप विराजो ,
केशर तिलक लगावो जी।
महाराज गजानद आवो जी ,
मारी सभा में रंग बरसावो जी।
ऊँचे आसान आप विराजो ,
दुनिया ने दर्श दिखावो जी।
महाराज गजानद आवो जी ,
मारी सभा में रंग बरसावो जी।
लाडू पेड़ा और जलेबी ,
मोदक भोग लगावो जी।
महाराज गजानद आवो जी ,
मारी सभा में रंग बरसावो जी।
पार्वती के तुम हो लाला ,
सदा रहो शिवजी के पासा जी।
महाराज गजानद आवो जी ,
मारी सभा में रंग बरसावो जी।
तानसेन गणपत गन गावे ,
यति जति संग में लावो जी।
महाराज गजानद आवो जी ,
मारी सभा में रंग बरसावो जी।
महाराज गजानद आवो जी ,
मारी सभा में रंग बरसावो जी।
पार्वती के पुत्र कहिजो ,
शिवजी के मन भावो जी।