ध्यानु के ध्यान में, रहने वाली माँ,
थोड़ा सा हमारा भी, माँ ध्यान रखना
दिल से न हमे दूर, करना कभी
सुखी यह हमारा, भी जहाँन रखना,,,
ध्यानु के ध्यान में,
डूबतों को तारती हो, विगड़ी सँवारती हो,
देती हो सहारा, बेसहारों को तुम्हीं,
सृष्टि को पालती हो, सब को संभालती हो,
सुख चैन देती, बेशुमारों को तुम्हीं,
मईया जी हमारी भी तो, जिंदगी की,
राहें तुम सदा ही, आसान रखना,,,
ध्यानु के ध्यान में,रहने वाली माँ,
थोड़ा सा हमारा भी, माँ ध्यान रखना
दिल से न हमे दूर, करना कभी
सुखी यह हमारा, भी जहाँन रखना,,,
ध्यानु के ध्यान में,
आठ भुजाओं वाली, अमर कलाओं वाली,
भक्तों के मन में, निवास है तेरा,
दुनियाँ के किसी पथ, डोलने ना दोगी रथ,
पूरा पूरा हमें, विश्वास है तेरा”
कभी जो मुसीबतें माँ, हमें घेर ले
होंठो पे हमारे, मुस्कान रखना,,,
ध्यानु के ध्यान में,रहने वाली माँ,
थोड़ा सा हमारा भी, माँ ध्यान रखना
दिल से न हमे दूर, करना कभी
सुखी यह हमारा, भी जहाँन रखना,,,
ध्यानु के ध्यान में,
योगी तेरे द्वार के माँ, भूखे तेरे प्यार के माँ,
जगह जगह सर को, झुकाएंगे नहीं,
रोज़ चाहे ख़ाली मोड़, तेरा दरबार छोड़,और कहीं हाथ यह, फैलाएंगे नहीं
पर्बतों पे जैसे तेरे, ऊँचे हैं भवन
वैसे ऊँची भक्तों की, शान रखना,,,
ध्यानु के ध्यान में,रहने वाली माँ,
थोड़ा सा हमारा भी, माँ ध्यान रखना
दिल से न हमे दूर, करना कभी
सुखी यह हमारा, भी जहाँन रखना,,,
ध्यानु के ध्यान में,