तर्ज, दिल ही दिल में ले लिया
भूल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए, प्रेम कर अब प्रेमियों से, मत किनारा कीजिए। भुल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए।
श्याम तेरी ही मेहर से,नाव आगे बढ़ रही है। भवर पग पग पे कितनी, तेज आंधी चल रही। मैं नचेता आप पर हूँ, श्याम ये सुन लीजिय।भुल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए।
प्रेम कर अब प्रेमियों से, मत किनारा कीजिए, भुल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए।
आप ही मालिक हमारे, मैं तो हूँ बंदा तेरा, कीजिए कुछ ऐसा मोहन, जिसमे हो मेरा भला। है भलाई इसमें मेरी,दूर मत ना कीजिए।भुल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए।
प्रेम कर अब प्रेमियों से, मत किनारा कीजिए। भुल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए।
लेते हो मोहन परीक्षा, हमने भक्तो से सुना। बंदे की औकात क्या है, सांवरे तेरे बिना।
दास को आजमाने की अब, दूर मंशा कीजिए।भुल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए।
प्रेम कर अब प्रेमियों से, मत किनारा कीजिए, भुल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए।
एक मैं ही तो नहीं, संसार करता प्रेम है, लो खबर मेरी भी मोहन, दिल बड़ा बेचैन है,
दिल बड़ा बेचैन है।’नंदू’ अपनों पे सदा,
ऐ श्याम करुणा कीजिए,प्रेम कर अब प्रेमियों से,
मत किनारा कीजिए, से भुल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए।
भूल से भी ना भुलाना, श्याम वादा कीजिए, प्रेम कर अब प्रेमियों से, मत किनारा कीजिए,