बधावा
ये मोती समदरिया म नीपज ,
सोवगा ईसरदास र कान ,बधावो जी म्हारी गोर को।
ये मोती समदरिया म नीपज ,सोवगा कानीराम क कान,बधावो जी म्हारी गोर को।
महे था न बूझा म्हारी बहु ए गोरल दे,
थार छ मोत्या जोगो भाग ,बधावो जी म्हारी गोर को।
भाग छ बड़ा छ म्हारी सास का
जिना जाया छ अर्जन भीम , बधावो जी म्हारी गोर को।
भाग बड़ा जी म्हारी नन्दा का
खिलाया छ कान कंवर सा वीर ,बधावो जी म्हारी गोर को।
गोर ईश्रदास कानीराम दोनू सरीसा।बाई रोवा छे मोत्यां बिचली लाल,माली का रे मरुवा,अमर बधाओ जी म्हारी गोरल को।