लाड़ बहुँवां न चुनडल्यारो चाव
लेद्दो ना ब्रह्मादास जी रा ईसरदास चूनड़ी जी।
लाड़ बहुँवां न चुनडल्यारो चाव,लेद्दो ना ब्रह्मादास जी रा कानीराम चुनडी जी।
फिरीया फिरीया देश परदेश
कित ए न पाई म्हारी मरवण चूनड़ी जी।
पाई पाई बड़ा सजनियाँ री पोल
ओढो ना रोवां की भावज चूनड़ी जी।पाई पाई बड़ा सजनियाँ री पोल
ओढो ना, सोवा की भावज चूनड़ी जी।
लाड़ बहुँवां न चुनडल्यारो चाव,लेद्दो ना सुसराजी रा (लड़कों के नाम)चूनड़ी जी।
फिरीया फिरीया देश परदेश
कित ए न पाई म्हारी मरवण चूनड़ी जी।
पाई पाई बड़ा सजनियाँ री पोल
ओढो ना(बहन बेटियों के नाम) की भावज चूनड़ी जी।