बधावा
जुग जित्या ये भेन्न बधावना।जाए बांघूंगी ब्रह्मदास जी री कोटडया, जाके ईशरदास सरिसा पुत,जाके कानीराम सरिसा पुत,जुग जित्या ये भेन्न बधावना।
सिराहने जी चोली पान की, पगात्यां जी अर्थ भंडार,जुग जित्या ये भेन्न बधावना।
थे तो पेरो न चोली पान की,थे तो बिल्सो ना अर्थ भंडार,जुग जित्या ये भेन्न बधावना।
जुग जित्या ये भेन्न बधावना।जाए बांघूंगी सुसरा जी री कोटडया, जाके (लड़कों के नाम) सरिसा पुत,जुग जित्या ये भेन्न बधावना।
सिराहने जी चोली पान की, पगात्यां जी अर्थ भंडार,जुग जित्या ये भेन्न बधावना।
थे तो पेरो न चोली पान की,थे तो बिल्सो ना अर्थ भंडार,जुग जित्या ये भेन्न बधावना।