विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान। वीर हनुमान रे बली रे हनुमान।विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट। अंतकाल पछताएगा प्राण जाएंगे छूट।विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान। वीर हनुमान रे बली रे हनुमान।विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
चित्रकूट के घाट पर भई संतन की भीड। तुलसीदास चंदन घिसे तिलक करे रघुवीर। विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान। वीर हनुमान रे बली रे हनुमान।विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
दुख में सुमिरन सब करे सुख में करे न कोई। जो सुख में सुमिरन करे तो दुख काहे को होय। विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान। वीर हनुमान रे बली रे हनुमान।विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
पोथी पढ़ पढ़ जग हुआ पंडित भया न कोई। ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय। विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान। वीर हनुमान रे बली रे हनुमान।विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
माटी कहे कुम्हार से, तुम क्या रौंदे मोय। एक दिन ऐसा आवेगो मैं रोदूंगी तोय।विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।
विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान। वीर हनुमान रे बली रे हनुमान।विदाई लेकर जाइयो मेरे वीर हनुमान।