तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।फेर बजा जाइयो मुरलिया फेर बजा जाइयो।तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।
जैसे बाजी सिरसागढ़ हर नंदी के द्वारे।सवा पहर सोना बरसाया,मन सामल हारे। देखे हैं लोग तमाम मुरलिया, फेर बजा जाइयो
तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।फेर बजा जाइयो मुरलिया फेर बजा जाइयो।तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।
जैसे बाजी जमुना जी पे काले के फन पे। कूद कूद के नाच रहे काले की गर्दन पे।थिरके है फन पे पांव मुरलिया फेर बजा जाइयो।
तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।फेर बजा जाइयो मुरलिया फेर बजा जाइयो।तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।
बंसी तेरी सुनकर मीरा हो गई मतवाली। ऐसी धुन में मस्त हुई पी गई जहर प्याली। बनया विष का अमृत जाम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।
तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।फेर बजा जाइयो मुरलिया फेर बजा जाइयो।तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।
कलयुग में बंसी बाज रही अब काली खोली में। बाबा ने खुशियां भर दी, भक्तों की झोली में। तेरा नाम जपु घनश्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।
तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।फेर बजा जाइयो मुरलिया फेर बजा जाइयो।तेरी प्यारी लागे श्याम मुरलिया, फेर बजा जाइयो।