ओड़ो कोड़ो छ रावलो ये राई चन्दन को रोख।
ये कुण गौरा छै पातला ऐ कुणा माथ ऐ मोर।
ईसरदास जी गोरा छ पातला ऐ ब्रह्मा माथे मोर।
बाई थारो काई को रूसणो ये काई को सिंगार
बाई म्हारे सोना को रूसणों ऐ मोतिया रो सिंगार।
अब जाऊँ म्हारे बाप के ऐ ल्याउली नौसर हार।
चौसर हार गढ़ाए ,पाटे पुवाए गोरक सुधों मूंदडो ,
गोरा ईसरदास जी ब्रह्मदास जी जोगो मूंदडो ,
वाकी रानिया होए बाई बेटिया होए आठ गढ़ाए पाटे पुवाए गोरक सुधो मूंदडो।
गोरा चाँद ,सूरज ,महादेव पार्वती जोगो मूंदडो।
गोरा मालन , माली ,पोल्या -पोली जोगो मूंदडो मूंदड़ो ,
(अपने घर वालों के नाम लेने है )