राजी बोलिए ओ भोले तने प्यादूं में भंग,राजी बोलिए।
चरना की दासी तेरी,जोड़े खड़े हाथ हो।गलती होगी तो माफी दे भोलेनाथ हो।🌺🌺🌺🌺🌺हो राजी बोलिए ओ भोले में जमा दूंगी रंग,राजी बोलिए।राजी बोलिए ओ भोले तने प्यादूं में भंग,राजी बोलिए।
तेरे बिना शोभा नही,पर्वत कैलाश की। कसम खुवाले चाहे,धरती आकाश की।🌺🌺🌺🌺 हो राजी बोलिए में तेरे बिना होरी सूं तंग,राजी बोलिए।राजी बोलिए ओ भोले तने प्यादूं में भंग,राजी बोलिए।
कुछ ना धरया हो भोले, सहन की नाराजी मे। रूसया ने मनाऊं तेरे,आधे अंग की साथी में।राजी बोलिए ये ठंडी ठंडी बह रही से गंग, राजी बोलिए।राजी बोलिए ओ भोले तने प्यादूं में भंग,राजी बोलिए।