ग्यारस चानन की आई, भगता मिल ज्योत जगाई। झांझ मंजीरा बाजे आंगणे।हो बाबा झांझ मंजीरा बाजे आंगने। 🦚🦚🦚🦚🦚 मन में हरियाली छाई, भक्ता मिल ज्योत जगाई, झांझ मंजीरा बाजे आंगने।
चमचम चमकतो बागो, काना में कुंडल हो।२ हिवड़ो हुलसायो म्हारो, भला पधारया हो।२ हीरो चमके माथा में, अंतर गमके बागा में, फुलड़ा बरसे छ म्हारे आंगणे।हो बाबा झांझ मंजीरा बाजे आंगने।
गंगाजल झारी थारा, चरण पखारा हो।२।🦚 ऊंचे सिंहासन बैठो, आरती उतारा हो।२। भजन सुनावां थाने, गाकर रिझावां थाने।🦚 अमृत बरसे छ म्हारे आंगणे।।हो बाबा झांझ मंजीरा बाजे आंगने।हो बाबा झांझ मंजीरा बाजे आंगने।
जो थाने भावे बाबा, भोग लगाओ ओ भोग लगाओ ओ। रुच रुच जीमो प्रभुजी परदो लगावां ओ परदो लगावां ओ।🦚🦚🦚🦚 थारो मुलकतो मुखड़ो, चंदा स्यूं लागे उजलो। कीर्तन में देखूं म्हारे आंगणे।🦚🦚🦚🦚🦚 ओ बाबा कीर्तन मैं देखूं म्हारे आंगणे।
बिडलो दबाओ मुख में,अंतर काना में हो। अंतर काना में हो।थारे लीले के पावं,बिछिया बाजनिया ओ।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚बिछिया बाजनिया ओ।🦚🦚🦚🦚🦚🦚करस्यां पहरावनी थारी,आशा पुरेली म्हारी।चरण दबास्यां म्हारे, आँगने। ओ बाबा,चरण दबास्यां म्हारे, आँगने।
लगन निभाजो प्रभुजी, प्रेम बढ़ाजो हो।२।🦚या म्हारी मिनखा जूंनी, सफल बनाजो हो।२। मैं हूं चरणों को चाकर, थाने रिझाऊं गाकर। भल भल पधारया म्हारे आंगणे।🦚🦚🦚🦚हो बाबा झांझ मंजीरा बाजे आंगने।