तर्ज, सैंया ले गई जिया
मैया कानूडो तेरो मेरी रोकी है डगर। कईयां नितकी उधम मचावे, तेरो खोटो यो कंवर। मैया कानूडो…
मिल गयो मने कुंज गलिन में, पकड़यो जकड़ कर बईया ने।दांत दिखावे तालीपीट, गयो है बिगड़।मैया कानूडो…
साग ग्वालिया दस और बारह, रोलो मचावे बे सारा।शोर शराबों सुन कर मैया,में तो गई डर।मैया कानूडो….
लपक्यों खोंस लई मटकी ने,बीने जमी पर पटकी है।कई दिनों को भेलो माखन,गयो है बिखर।मैया कानूडो…
बोली खिझकर नंद की रानी,कुछ भी मेरे से ना छानी।आज घरा आवन दे बीने, लेऊंगी खबर।मैया कानूडो..?