ठाट है निराले खाटू के दरबार के।🌹🌹🌹चांदी का सिंहासन सुंदर,श्याम हमारे बैठे जिसपर।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹रंग बिरंगे बागे तन पर, जचते है दातार के। ठाट है……
पांच आरती नित की होती, जगमग करती अखंड ज्योति।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 चमक रहे हैं हीरे मोती, बाबा के सिंगार में। ठाठ है….
गोपीनाथ की मुरली बाजे, भोले सपरिवार विराजे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 खड़ी है दुनिया दरवाजे पर, दर्शन पवन कुमार के ।ठाठ है….
दूर-दूर से यात्री आवे,चरणों में अरदास लगावे। खाली झोली भर भर जावे, कमी नहीं भंडार में। ठाठ है…
जिनका है दरबार से नाता,जीवन भर वो मौज उड़ाता।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 सांवरा जिससे खुश हो जाता, सुखी वही संसार में। ठाठ है….