थारी मुरली मनड़ो मोयो कान्हा, और तो बजाओ थारी मुरली ने।
आ मुरली मीरा ने मोहि, राणा जी ने छोड़ के थारी होई ।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹आ मेडतडी छीटकायो कान्हा, और तो बजाओ थारी मुरली ने।
जद म्हारो मरुधर मेवडो होवे। धरती रो धन सारो निर्भय सोवे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 बोले मीठा मीठा दादर मोर कान्हा। और तो बजाओ थारी मुरली ने।
महार मन हरखे रे कोड़ री बाता,याद करा थाने हिचकी आता।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹म्हारे धोरा ने स्वर्ग बनाओ कान्हा, और तो बजाओ थारी मुरली ने।
आंखडली फरुख्यां थारी आवन जाना। गायंरो गुवाल काई रूप ने पीछाना।🌹🌹🌹🌹🌹म्हारे हिवड़े ने धीरज, बंधाओ कान्हा, और तो बजाओ थारी मुरली ने।
अब जो करोला थे आवन में देरी,ओल्मो लिखेलो शिव बीकानेरी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹 महासु करीयोडा वचन निभाओ कान्हा, और तो बजाओ थारी मुरली ने।