तर्ज,रिमझिम के गीत सावन बरसे
भर दे रे,श्याम झोली भर दे,भर दे, ना बहला बातों में।
दीन बीते,बीती रातें,अपनी कितनी हुई मुलाकातें।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तुझे जाना,पहचाना,तेरे झूठे हुवे रे,सारे वादे।भूले रे,श्याम तुम तो भूले,भूले।क्या रक्खा बातों में। भर दे रे,श्याम झोली भर दे..
नादान है,अंजान है,श्याम तूं ही मेरा भगवान है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तुझे चाहूं, तूझे पाऊं,मेरे दिल का यही अरमान है।पढ़ले रे,श्याम दिल की पढ़ले,पढ़ले।सब लिखा आंखों में। भर दे रे,श्याम झोली भर दे.
मेरी नैया, ओ कन्हैया,पार कर दे तूं बनके कन्हैया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 में तो हारा,गम का मारा,आजा आजा ओ वंशी बजैया।ले ले रे,श्याम अब तो ले ले,ले ले।मेरा हाथ हाथों में। भर दे रे,श्याम झोली भर दे..
में हूं तेरा, तूं है मेरा,मैने डाला तेरे दर पे डेरा।मुझे आश है,विश्वास है,श्याम भर देगा दामन मेरा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 झूमें रे,श्याम हम तो झुमें, झूमें।तेरी प्यारी बाहों में। भर दे रे,श्याम झोली भर दे..