आजा आजा ओ बजरंगी हनुमान, जोऊं थारी बाटडली।
राम नाम में मस्त हुआ जी,थे अंजनी का लाल।घृत सिंदूर चढ़े तन ऊपर, कसे लंगोटो लाल।थारा बैठ्या बैठया करा गुणगान, जोऊं थारी बाटडली।
माथे पे थारे मुकुट बिराजे,गल पुष्पन की माल।द्वारे ऊपर नौबत बाजे,ध्वजा फरूखे लाल।अबतो बेगा सा बचाओ म्हाने आज। जोऊं थारी बाटडली।
संकट मोचन नाम आपको,भक्तों रा प्रतिपाल।सबका दुखड़ा दूर करो थे,आओ बेगा चाल।सारी दुनियां देखेगी थारी शान, जोऊं थारी बाटडली।
खीर चूरमा भोग लगावाँ,मेवा भर भर थाल। सबकोई मिलकर ध्यान लगावां, करद्यो पल में निहाल।थारी भक्ति रो मांगा वरदान, जोऊं थारी बाटडली।
यही अर्ज करे थारा भक्ता,मत कर टाइम टाल। दुखियों की थे नैया बाबा,बेगा लेवो सम्हाल।थारी मीठी मीठी लागे मुस्कान, जोऊं थारी बाटडली।