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विविध भजन

Pardesi nahi hai Tharo bharoso by sunita swami,नहीं रे भरोसे रे  परदेसी थारो कई पतियारो रे

नहीं रे भरोसे रे, परदेसी थारो कई पतियारो रे। तो मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।नहीं रे भरोसे रे, परदेसी थारो कई पतियारो रे। तो मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे। बालू तेरी रेत, पवन तेरा खंबा रे। जारों कारीगर किर करा।परदेशी थारो कारीगर किर […]