बिन भाग मिले ना दुनियाँ में अमृत भोग ।।
Category: विविध भजन
मैंने ढूंढ लिया भगवान, मिला नहीं काही में
रही जिन्दगी तो मिलेगे दौंबारा,
मिलन रात भर का हमारा तुम्हारा,
यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे।
तरेगा वही जिसके मन में हरी है, मन में हरी है,
नाम जप ले हरि का नाम जप ले, चौरासी तेरी कट जायेगी,नाम जपले।
किसी का मत करियो अपमान,
वक्त की हवा निराली है,
तूने अजब रचा भगवान,भाग्य इस नारी का।
सत्संग की गंगा मंदिर में बही जाय, जामे कोई कोई नहाए।
सुख दुःख दो पहलु है,
हमें हँसके सहना है,
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