ओघड़ दानी अलख ओलिया बम भोले भंडारी
त्रिपुरारी त्रिपुरारी जय जय विश्वनाथ त्रिपुरारी।ओघड़ दानी अलख ओलिया बम भोले भंडारी
त्रिपुरारी त्रिपुरारी जय जय विश्वनाथ त्रिपुरारी।
हे गणराज गणेश षडानन सुत थारा बलकारी
बांवे अंग विराजे संगती पर्वत राज दुलारी ।ओघड़ दानी अलख ओलिया बम भोले भंडारी
त्रिपुरारी त्रिपुरारी जय जय विश्वनाथ त्रिपुरारी।
सोहम सोहम जाप निरंतर शिव गोरक्ष भय हारी
राम नाम की जोत जलाओ हो प्रसन्न गिर नारी।ओघड़ दानी अलख ओलिया बम भोले भंडारी
त्रिपुरारी त्रिपुरारी जय जय विश्वनाथ त्रिपुरारी।
हे गंगाधर नीलकंठ बाबा अरजी सुणीयो म्हारी
राम नाम की दौलत देदयों दुरमत मिटज्या सारी।ओघड़ दानी अलख ओलिया बम भोले भंडारी
त्रिपुरारी त्रिपुरारी जय जय विश्वनाथ त्रिपुरारी।
हे महादेव महाकालेश्वर थे हो अमृत झारी
नवलरती एक तनीक अमीरस ध्याओ पलक उघाड़ी।ओघड़ दानी अलख ओलिया बम भोले भंडारी
त्रिपुरारी त्रिपुरारी जय जय विश्वनाथ त्रिपुरारी।