राधे तू बड़ भागिनी
कोन तपस्या किन
तीन लोग तारन तरन
सो तेरे हाथ हीन।
नी सा सा रे रे गा एमए
पीए मा पा मा गा मा गा रे नी सा
एक ने त्याग न दुनियादारी
वो मीरा कहलायी,नी सा सा रे रे गा एमए
पीए मा पा मा गा मा गा रे नी सा
दूजी राधा रानी बनके
श्याम सलोना पाई।मुझे भी तू अपना ले
मन वृंदावन बन जाए, मुझमें तू ही बस जाए
और मन तुझमैं रम जाएं।
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा,जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल।
धड़कन धड़कन राधिका, नस नुस उड़ती प्रीत।
बरसाने मे गूंजता मुरली का संगीत।
ओ मेरे कान्हा सब जान जापे
तेरो नाम ही सुबह शाम:
जो मन वैरागी वहाँ
कान्हा उन्मे खुद छू प जायेगा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
गोरे मुख पै तिल बन्यो, ताहि करौं परनाम।
मानो चंद बिछाईकै, पौढ़े साली ग्राम
है दिखता जुगनू जगमग
सूरज चंदा खुद से चमके ऐसे
खुद से चमक ऐसे,हाँ
की मिला कान कान में
कान्हा का दर्शन हर गोपी को जैसा
हर गोपी को जैसे,
ओ मेरे कान्हा तेरा सेवक कर्ता
तुझसे ही दरकार।
ये धरती तुझसे घूमे नभ चुमे
ये कदम तेरे सरकार।ओ मेरे कान्हा,ओ मेरे कान्हा,ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा।
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल