मन मंदिरिए में बाजा बाजे,देवल में थारे बाजा बाजे, जगमग ज्योत जलाऊं, मैं तो गुन चामुंडा रा गांऊं, शक्ति री जोत जगाऊं, हे आज भवानी म्हारे भेली जी हो ओ जी।
गौरी रो पुत्र गणेश मनाऊं रिद्धि सिद्धि घर में लाऊं। शंकर रो ध्यान लगाऊं, शक्ति री महिमा गांऊं।हे आज भवानी म्हारे भेली जी हो ओ जी।
मन मंदिरिए में बाजा बाजे,देवल में थारे बाजा बाजे, जगमग ज्योत जलाऊं, मैं तो गुन चामुंडा रा गांऊं, शक्ति री जोत जगाऊं, हे आज भवानी म्हारे भेली जी हो ओ जी।
सरस्वती माई शारदा ने सिमरु। गुरु की दया में पाऊं।संतों ने शीश निवाऊं।हे आज भवानी म्हारे भेली जी हो ओ जी।
मन मंदिरिए में बाजा बाजे,देवल में थारे बाजा बाजे, जगमग ज्योत जलाऊं, मैं तो गुन चामुंडा रा गांऊं, शक्ति री जोत जगाऊं, हे आज भवानी म्हारे भेली जी हो ओ जी।
64 जोगन संग में खेले। भैरवनाथ मनाऊं, तेल सिंदूर चढ़ाऊं, मैं तो गुन चामुंडा रा गांऊं, शक्ति री जोत जगाऊं, हे आज भवानी म्हारे भेली जी हो ओ जी।
मन मंदिरिए में बाजा बाजे,देवल में थारे बाजा बाजे, जगमग ज्योत जलाऊं, मैं तो गुन चामुंडा रा गांऊं, शक्ति री जोत जगाऊं, हे आज भवानी म्हारे भेली जी हो ओ जी।
हाथ जोड़ हनुमान सिंह बोले। सुमर सुमर सुख पाऊं।भजन शोभा माली गावे।मैं तो गुन चामुंडा रा गांऊं, शक्ति री जोत जगाऊं, हे आज भवानी म्हारे भेली जी हो ओ जी।
मन मंदिरिए में बाजा बाजे,देवल में थारे बाजा बाजे, जगमग ज्योत जलाऊं, मैं तो गुन चामुंडा रा गांऊं, शक्ति री जोत जगाऊं, हे आज भवानी म्हारे भेली जी हो ओ जी।