Categories
विविध भजन

Jhunjhale ra me to darshan karsa,झुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा,

झुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा,



झुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा,झुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा,



बापजी ओ बीज शनि री थापना थोरी जे, गिर भाकर ओ धणिया री ओ धाम, गत जेतगढ़ मान मसूरियो जे, जुगतारण दुनिया से हैं देवाण, झुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा जे, नेम झाल चढ़ो रे निर्वाण, झुंझारा मै तो दर्शन करसा जे।।



जुग तारण दुनिया रा हदवाण, झुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा जे, नेम झाल चढ़ो रे निर्वाण, झुंझारा मै तो दर्शन करसा जे।।



चढ़ती कला चन्द्रमा ने मानू जे, नित मानू रे उगंते भाण, जमो रा दल भाँगो करनी गुरु जे, आलम गुरु जी रा एही प्रयाण, झुंझाले रामै तो दर्शन करसा जे, म झाल चढ़ो रे निर्वाण, झुंझाले रामै तो दर्शन करसा जे।।



भाँगो भ्रांत रे करदो रे मन भेला जे,
जवरी लखे रे अगम री धाम, देख भेक रावल जी उ मिलिया जे, पंहुचीया आलम जी री धाम, झुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा जे, नेम झाल चढ़ो रे निर्वाण, झुंझारा मै तो दर्शन करसा जे।।



सेस कला में ऊबो म्हारो सायबो जे, दसवे में आय गयो देव दल्याण, नव दैत हरि आगे दलिया जे, दसवे माथे नाकियो डाण, झुंझाले रामै तो दर्शन करसा जे, नेम झाल चढ़ो रे निर्वाण, झुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा जे।।



झुंझालो जुग थान धणी रो जे, हरख अंक लिखिया प्रयाण, चार जुगा रा मन भर मिलिया जे, घणे हरख से करसा मनवार, झुंझाले रामै तो दर्शन करसा जे,

अनंत सिद्दारे शरणे आया जे, भगवत रहिजो हमारे भाव, देऊ शरणे भाटी हरजी बोले जे, भगतो रो भीरु हैं सदा ही भगवान, झुंझारा मै तो दर्शन करसा जे, म झाल चढ़ो रे निर्वाण, झुंझाले रामै तो दर्शन करसा जे।।

Leave a comment