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राम भजन लिरिक्स

Shree Ram Jay ram jay jay ram,दुःख भरे जहाँन में, दीन बंधु राम हैं,ram bhajan

दुःख भरे जहाँन में, दीन बंधु राम हैं,

श्री राम जय राम, जय जय राम,श्री राम जय राम, जय जय राम।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
रघुपति राघव, राजा राम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

दुःख भरे जहाँन में, दीन बंधु राम हैं,🌺🌺🌺
दे के सब को आसरा, करुणा सिंध राम हैं।
दुर्बल को जो, लेते थाम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

रोम रोम में सुधा, राम जी की बोलिए,🌺🌺🌺
कष्ट कोई जो घेर ले, राम राम बोलिए।
सिद्ध करेंगे, सारे काम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

डोर देखो सौंप के, राम जी के हाथ में,🌺🌺
वो करेंगे रोशनी, गम की काली रात में।
साथ तेरे वो, सुबह शाम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

हर्ष शोक राम के, धूप छाँव राम की,🌺🌺🌺
फूलों संग जो कांटे हैं, सब है माया राम की।
माटी चँदन, उसके धाम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

राम जी के प्रेम में, जो भी प्राणी रोएगा,🌺🌺
आग की नदी में भी, वाल न बाँका होएगा।
रक्षक उसके, संवय हैं राम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

राम जी का नाम ले, मोक्ष छवरी पा गई,🌺🌺
फिर तुम्हारे चेहरे पे, क्यों उदासी छा गई।
तूँ भी भज ले, राम का नाम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

राम जी के प्रेम में, तूँ भी खो के देख ले,🌺🌺
आस्था से तूँ कभी, उनका हो के देख ले।
दुःख हर लेंगे, तेरे तमाम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

राम जी वसें तेरी, आत्मा की प्यास में,🌺🌺
राम भजन की धुन में है, राम हैं विश्वास में।
लाखों रूप, अनगिन नाम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

राम जी की तार से, तारें अपनी जोड़ दे,🌺🌺
उसके बाद होगा क्या, राम जी पे छोड़ दे।
उनसे अर्चन, कर निष्काम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

घिरे वासी अवध के, जब थे माया जल में,🌺
दिल दिखाया चीर के, अंजलि के लाल ने।
बैठे वहाँ थे, सिया संग राम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

जिन पे राम था लिखा, वोह पाशान तर गए,
भक्त हो के राम के, कष्ट से क्यों डर गए।
राम रटन तूँ, कर अविराम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

राम से तुम मांग ले, औषधि आराम की,🌺
दुःख निवारती दवा, राम जी के नाम की।
बिन मोल है यह, लगता ना दाम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

वो निराश होते ना, राम जिनके साथ हैं,🌺🌺
तूँ अनाथ तो नहीं, राम तेरे नाथ हैं।
उनके भरोसे, कर हर काम,श्री राम जय राम, जय जय राम।

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